BIHAR: पहले लाखों की सब्जी बेचते थे, अब खरीदने को मजबूर

पहले ये जो सब्जी उपजाते थे, उससे पूरा पटना को सब्जी मिलती थी। अब खुद खरीदार बन गए हैं। यह हाल है नकटा दियारा के लोगों का। इन्हें घर वापसी की खुशी तो है लोकिन बाढ़ से हुई बर्बादी ने इन्हें अंदर से तोड़ दिया है।

घर ढह गया, खेती बर्बाद हो गई, मवेशी मर गए और बह गए। बाढ़ आने से पहले प्रत्येक दिन करीब चार लाख रुपए की सब्जी पटना के बाजार में उतरता था। अब यहां के लोग सब्जी खरीदकर खाते हैं। सब्जी, मक्का और चारा की खेती पूरी तरह नष्ट हो गई है। नकटा दियारा के राकेश कुमार बताते हैं कि 11,776 बिगहा जमीन की खेती बर्बाद हो गई है। खाने के लिए सब्जी पटना से खरीदकर ला रहे हैं।

कीचड़ और बालू से सनी है सड़कें

सामुदायिक भवन में कीचड़ और गंदगी इतनी है कि लोग वहां बैठ नहीं सकते हैं।

नकटा दियारा की सभी सड़कें बदहाल स्थिति में है। साइकिल और बाइक तो दूर लोग नंगे पांव ही चल सकते हैं। कीचड़ और पांक से सभी सड़कें सनी हैं। हर गली-मोहल्ला यहां तक की घरों में पहुंचने के लिए कीचड़ से ही गुजरना होगा। नकटा दियारा में करीब 3,000 ऐसे घर हैं जिसे बाढ़ से नुकसान पहुंचा है। ईंट, मिट्टी और झोपड़ी के बने घरों की दीवार गिरी है तो किसी की छत टूट गई है। इन घरों में रहना खतरे से कम नहीं। फिर भी लोग रहने के लिए मजबूर हैं। कोई प्लास्टिक से ढंक कर रह रहा है तो काई फिर एक-एक ईंट जोड़ कर गिरी हुई दीवार को बनाने में जुटा है। जिनके मवेशी बच गए हैं,उन्हें पालना एक बड़ी समस्या बन गई है। सूखा चारा ही एक मात्र साधन बचा है।

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15 दिन बाद देखा तो होश उड़ गए

पटना सदर प्रखंड में नकटा दियारा गांव पड़ता है। दीघा घाट से गंगा को पार करते हुए पांच किलो मीटर की दूरी तय कर लोग अपने गांव आते-जाते हैं। पानी उतरने के बाद जब राहत शिविर से लोग अपने घर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। दक्षिणी टोला में रहने वाली शोभा देवी के घर के दक्षिणी हिस्से की दीवार गिरी हुई थी। एक ही घर वो भी बाढ़ ने तहस-नहस कर दिया है। शोभा ने कहा कि मैं ना तो राहत शिविर की रही और ना ही अपने घर की। कौशल्या देवी को तो दो-तीन दिन लग गए घरों से सांपों को निकालने में। मिट्टी का घर ऊपर से खपड़े का छज्जा वो भी बाढ़ ने ढहा दिया है।

नकटा दियारा

बाढ़ से करीब 30000 लोग हैं प्रभावित

करीब 3,000 घरों को पहुंचा है नुकसान

11776 बिगहा में सब्जी की खेती बर्बाद

100 से अधिक मवेशी मर गए, इसमें अधिकांश बाढ़ में बह गए हैं

दो स्कूल, 3 सामुदायिक भवन, 5 आंगनबाड़ी केन्द्र, 1 उप स्वास्थ्य केन्द्र है बंद

करीब 800 बच्चों की पढ़ाई एक महीने से ठप है

ऐसा है पटना जिला में आई बाढ़ का दृश्य

पटना जिला में 5,13069 लोग प्रभावित हुए हैं

1,20125 परिवारों को बाढ़ ने किया है नुकसान

जिला के 14 प्रखंड और 23 पंचायत पूरी तरह से प्रभावित

32 आंनबाड़ी केन्द्र बंद हो चुके हैं

129 स्कूल और करीब 38700 बच्चों की पढ़ाई हुई है बाधित

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