NEW DELHI : बेहतरीन तैराक क्या 10 फुट गहरे स्वीमिंग पूल में डूब सकता है, अगर आशीष पूल में डूबा को तो क्या वह नशे में था, उसकी मौत के पीछे कहीं कोई साजिश तो नहीं है, क्या यह वाकई एक हादसा था। जी हां दिल्ली पुलिस फिलहाल इन सवालों का जवाब ढूंढने में लगी हुई है। परिजन आशीष की मौत के पीछे गहरी साजिश होने की बात कर किसी उच्च स्तर की जांच एजेंसी से मामले की जांच कराने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि हादसे वाले दिन आशीष को पार्टी में आने के लिए उसके दोस्तों ने कुल 24 बार कॉल किया।
आखिर आशीष को पार्टी में बुलाने के लिए इतना फोर्स क्यों किया गया। हो न हो आशीष किसी गहरी साजिश का शिकार हुआ। ट्रेनी आईएएस आशीष दहिया के चाचा जगबीर सिंह ने बताया कि वारदात के समय आशीष की पत्नी दिल्ली में ही थी।
आशीष को डूबने के बाद फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, वहां 12.50 बजे उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन आशीष की पत्नी को रात 1.40 बजे उसके दोस्तों ने कॉल कर मौत की सूचना दी। परिजनों का आरोप है कि मौत की सूचना देने में देर क्यों की गई।
पुलिस ने पार्टी में मौजूद लोगों के बयान किए दर्ज
इसके अलावा पानी में डूब रही आईआरएस अधिकारी स्वपना ने भी बताया है कि जब आशीष को पानी से बाहर निकाला गया था तो उसके हाथ और चेहरा नीला पड़ा हुआ था। वहीं पार्टी में मौजूद लोग भी अलग-अलग बयान दे रहे हैं। ऐसे में इन सब तथ्यों के आधार पर चाचा जगबीर आशीष की मौत के पीछे गहरी साजिश बता रहे हैं।
ट्रेनी आईएएस आशीष दहिया की स्वीमिंग पूल में डूबने के मामले में पुलिस ने बुधवार को पार्टी में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कर लिए। पुलिस सूत्रों की मानें तो पार्टी में करीब 30/31 आईआरएस, आईएफएस व आईएएस मौजूद थे।
पुलिस ने एक-एक कर सभी लोगों के बयान दर्ज कर लिया। पानी में डूबने वाली आईआरएस स्वपना का भी पुलिस ने बयान दर्ज कर लिया है। पुलिस को स्वपना ने बताया है कि वह और आशीष पूल के पास अकेले थे।
10 मिनट बाद पानी से निकाला गया
अचानक दोनों गहरे पानी में चले गए। आशीष और वह डूबने लगे। आशीष अच्छा तैराक था, लेकिन बावजूद वह उसके डूबने लगा। मदद के लिए चिल्लाने पर एक साथी ने उसे निकाल लिया। जब पानी से बाहर आकर उसने होश संभाला तो आशीष वहां नहीं था।
उसने दोस्तों से आशीष के पाने में होने के बारे में बताया। आशीष को करीब 10 मिनट बाद पानी से निकाला गया। उसके हाथ और चेहरा नीला था। उसे सीपीआर भी देने का प्रयास किया गया।
बात बनती न देखकर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। शुरूआती जांच के बाद पुलिस मामले में किसी का कोई दोष नहीं मान रही है, छानबीन के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक आशीष ने नहीं पी थी शराब
दिल्ली पुलिस सूत्रों की मानें तो शुरूआती पोस्टमार्टम में डॉक्टरों का कहना है कि आशीष ने शराब नहीं पी हुई थी। उसकी मौत नाक और मुंह के रास्ते फेफड़ों में पानी जाने की वजह से हुई। इसके अलावा उसके शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं मिले थे।
वहीं परिवार का कहना है कि आशीष न तो शराब पीता था और न ही किसी तरह का नशा करता था। ऐसे में अचानक पानी में डूबकर उसकी मौत नहीं हो सकती है। ऐसे में परिजन सवाल खड़ा कर रहे हैं पार्टी में आशीष को कुछ ऐसा खिलाया-पिलाया गया, जिससे उसका होश खराब हुआ और वह पानी में डूब गया। दक्षिण-जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मौत के सही कारणों का खुलासा डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।
आशीष के परिजनों ने बताया कि श्रीनगर ज्वाइन करने से पूर्व आशीष बहादुरगढ़ में एक बड़ा फ्लैट खरीदना चाहता था। इसके लिए उसने अपने ताऊ के बेटे से बहादुरगढ़ आने के लिए बात भी की हुई थी।
सोमवार शाम को आशीष को अपने पिता नरेंद्र के साथ बहादुरगढ़ जाना था। लेकिन दोस्तों के बहुत जोर देने पर उसने बहादुरगढ़ जाने का प्रोग्राम कैंसल कर दिया था। उसने पिता को कॉल कर मंगलवार सुबह आने के लिए कहा। शाम करीब 7.00 बजे आशीष पत्नी के पास से फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट के लिए निकल गया।
वहां से 7.40 बजे पहुंचकर उसने पत्नी प्रज्ञा से बात भी की। इसके बाद देर रात को आशीष की मौत की खबर प्रज्ञा को मिली। पिता नरेंद्र को देर 1.58 बजे रात प्रज्ञा की सहेली के पति ने कॉल कर आशीष की मौत के बारे में बताया।
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