Tata Sons: इन वजहों से सायरस मिस्त्री को कहना पड़ा अलविदा

टाटा समूह के चेयरपर्सन सायरस मिस्त्री को पद से हटाए जाने के पीछे उनका प्रदर्शन एक बड़ा कारण है। इसके साथ ही घाटे को कम करने के लिए नुकसान में चल रही कंपनियों को बंद करने और बिक्री करने की सायरस मिस्त्री की नीति से भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर सहमत नहीं था। यह कहना है एक्सएलआरआई के प्रोफेसर और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो.प्रबल सेन का।

कुलसंपत्ति घटी, शुद्ध ऋण बढ़ा

प्रो. सेन का मानना है कि टाटा समूह की कुल संपत्ति वर्ष 2015 में 108 बिलियन डॉलर थी, जोकि मार्च 2016 में घटकर 103 बिलियन डॉलर रह गई। इसके साथ ही नेट डेट (शुद्ध तत्कालीन ऋण) मार्च 2015 में 23.4 बिलियन डॉलर था, जोकि मार्च 2016 में बढ़कर 24.5 बिलियन डॉलर तक जा पहुंचा।

 

कुल मिलाकर सायरस मिस्त्री के नेतृत्व में एक वर्ष में टाटा समूह का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर नहीं रहा।

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