नई दिल्ली. ब्रिक्स 2017 के घोषणापत्र में पाक आधारित आतंकियों का नाम लेने पर पाकिस्तान अब तिलमिला गया है. पाकिस्तान ने मंगलवार को ब्रिक्स के उस घोषणापत्र को खारिज कर दिया है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा, हक्कानी नेटवर्क और जैश-ए-मोहम्मद को आतंकी संगठनों शामिल किया है और आतंकवाद की निंदा की गई थी. ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने पाक न्यूज चैनल से कहा, ‘पाकिस्तान में इन आतंकी संगठनों के कुछ अवशेष हो सकते हैं. जिन्हें हम साफ करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम इस बात को बिल्कुल स्वीकार नही करते कि पाकिस्तान आतंकवाद के लिए एक सुरक्षित जगह है’. चीन और पाकिस्तान लंबे समय से सहयोगी है इसलिए सोमवार को ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद को लेकर जारी किए गए बयान को भारत के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है. दुनिया भर में हुए आतंकी हमलों के लिए कई बार सीधे तौर से पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया जा चुका है. ब्रिक्स घोषणापत्र में लश्कर और जैश को आतंकी सगंठन बताया गया है, जिसने भारत में सैन्य ठिकानों पर हमले और 26/11 के लिए जिम्मेदार था माना है. संयुक्त राष्ट्र में चीन बार-बार जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन का बचाव करते हुए वीटो का प्रयोग कर भारत के प्रयासों में अड़ंगा डाला है. इस बार जब जैश को ब्रिक्स देशों ने आतंकी घोषित कर दिया है तो अब इस पर चीन का आगे क्या रवैया होगा, यह देखने वाली बात होगी
आतंकवाद समर्थक देश कहे जाने पर भड़का पाकिस्तान, घोषणापत्र को किया खारिज

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