सीहोर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के अंतर्गत आर.ए.के.कृषि महाविद्यालय की अखिल भारतीय समन्बिध चना अनुसंधान परियोजना में पदस्य प्रमुख वैज्ञानिक मृदा विज्ञान डॉ. एस.सी गुप्ता को दलहन अनुसंधान में उनके द्वारा अनुसंधान परियोजना में पदस्य प्रमुख वैज्ञानिक -मृदा विज्ञान डॉ.एस.सी.गुप्ता को दलहन अनुसंधान में उनके द्वारा ने चुरल रिसोर्स मेनेजमेंट पर किए गए उल्लेखनीय कार्याे हेतु इंडियन सोसायटी ऑॅफ पलसेस रिसर्च एण्ड डेपलपमेंट भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान आई.सी.ए.आर द्वारा आई एस.पी.आर.डी.रिकोगनिशन अवार्ड २०१७ के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है।
डॉ गुप्ता को सम्मान आई.आई.पी.आर.कानपुर में दलहन पोषण सुरक्षा एवं टिकाऊ खेती पर चल रही राष्ट्रीय संगोष्ठी में सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति पदमभूषण डॉ.आर .वी.सिंह एवं अन्य ख्याति प्राप्त वैज्ञानिकों के कर कमलों से प्रदान किया गया । डॉ.गुप्ता ने दलहन उत्पादन बढाने के लिए फसलों में समङ्क्षबत पौध पोषण प्रबंधन के लिए कई उन्नत तकनीकें विकसित की है । जिसमें सबसे प्रमुख तकनीक चना उत्पादन बढाने हेतु अमोनियम मोलिष्डेट १ ग्राम किलो चना बीज राइजोवियम- पी.एस.बी.कल्चर उपयोग जिसका म.प्र. में चना उत्पादन बढाने में अंतर्गत प्रर्दशनों में उपयोगी सावित हुई है। उल संंगोष्ठी में राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय ख्याटि प्राप्त दलहन विशेषज्ञ डॉ.एन.पी.सिंह, डॉ.एम.सी.सक्सेना, डॉ.सोलोमन, डॉ.माइकल वाम, डॉ. बलराम शर्मा, डॉ. मसूद अली, डॉ. वानी, डॉ.ला, डॉ. पी एस गौर, डॉ. शिवकुमार सहित लगभग 300 वैज्ञानिक उपथित थें।
डॉ. गुप्ता की इस उपलब्ध्रि पर राजमाता विजयाराजे कृ. वि. विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. एस. के. राव, अधिष्ठाता कृषि संकाय, डॉ. एम विल्लौरे, निर्देशक अनुसंधान कार्यालय पूर्व निर्देशक प्रसार डॉ. एस. के श्रीवास्तव अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय सीहोर डॉ राजेश वर्मा सभी साथी कृषि वैज्ञानिकों अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने बधाई प्रेषित की है।

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