इस लड़के ने ऐसा क्या किया के बन गया प्रथम वर्ष में यूनिवर्सिटी सहित,शाखा टॉपर

पहले ही साल में शाखा टॉपर , गणित टॉपर  के  ख़िताब पर भी कब्ज़ा !!!

पत्रकार एस.आमिर ख़ान की रिपोर्ट 

Bhopal : भोपाल के टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी  का माहौल कुछ  बदला हुआ था। पिछली परीक्षाओं में पास हो चुके छात्र बेसब्री से पुरस्कार बांटे जाने का इंतजार कर रहे थे। तो वहीं, अपनी कक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले मेधावियों में यूनिवर्सिटी टॉपर के नाम को लेकर जिज्ञासा बनी हुई थी।

मंच से जैसे ही आमान उल्लाह ख़ान (सानी)को 2016-17 यूनिवर्सिटी टॉपर घोषित किया गया तो सारा ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

यूनिवर्सिटी  टॉपर आमान उल्लाह ख़ान (सानी ) क्लास रूम में 

मौका था टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी  भोपाल  में  आयोजित  समारोह का।  समारोह में विभिन्न विषयों में पुरस्कार से  छात्रों को सम्मानित किया गया। 

मित्र के साथ आमान (सानी )

 

आमान उल्लाह ख़ान (सानी ) ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते पर शहर के और टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी  भोपाल  का नाम रोशन किया और यूनिवर्सिटी सहित, शाखा टॉपर, गणित टॉपर  रहे ! उन्होंने मध्य प्रदेश की राजीव गांधी प्रायोगिक विश्वविद्यालय भोपाल ,ग्रुप टॉप , मैथ्स टॉप , शाखा टॉप कर के उस समय सभी को चौका दिया जब कार्यक्रम की चारों वैजयंती (ट्रॉफी) अपने नाम कर ली ! एक एक बाद एक लगातार मंच से जब अमान का नाम पुकारा जा रहा था तो परिवार सहित टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी !

अपने मामा श्री मुमताज़ व पिता श्री मोहम्मद आरिज़ खान के साथ 

आमान उल्लाह ख़ान (सानी ) 

आमान उल्लाह ख़ान (सानी )   भोपाल के टेक्नोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजीइंजीनियरिंग में स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र है !  

फैशन और बाइक राइडिंग , यात्रा करना आमान को पसंद है !

अपने भाई आयन उल्लाह ख़ान (जामी ) के साथ दिल्ली के क़ुतुब मीनार पर 

परिवार के साथ आमान  (सानी ) 

 

मीडिया से बात करते हुए अमान ने कहा कि “उनका सपना कि भारत को विश्व में  यांत्रिक अभियांत्रिकी में प्रथम स्थान पर लाना है ! “

 आपको को बता दे कि पहले इंजीनियरिंग करने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग को सिर्फ लडक़ों के लिए ठीक-ठाक ब्रांच माना जाता था, लेकिन अब गल्र्स स्टूडेंट्स की संख्या भी इस ब्रांच में बढ़ी है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग का क्रेज बढऩे का एक कारण इसमें मिलने वाले पैकेज भी है। कैंपस प्लेसमेंट के लिए थर्ड ईयर से ही कंपनियों की नजर स्टूडेंट्स पर रहने लगती है। अच्छे स्टूडेंट्स को सैैलरी भी अच्छी मिल जाती है। 

 
 
उन्होंने आगे कहा कि : ” मैकेनिकल इंजीनियरिंग अब कम्प्यूटेशन इंजीनियरिंग से जुड़ चुका है, इसलिए इस ब्रांच का प्रोडक्शन पूणर्त: कम्प्यूटेशनल बेस्ड हो गया। सब ब्रांच में ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, डिजाइन इंजीनियरिंग, थर्मल इंजीनियरिंग, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, नैवल इंजीनियरिंग शामिल होने के बाद एक भी एेसा प्रोडक्ट नहीं बचा है, जिसमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग का योगदान न हो। “
 

पढ़ाई के बारे में अमान बताते बताते है कि वो 24 घंटे में से १५ घंटे पढ़ाई करते है ! तो वही अमान के नाम खेल गतिविधि में भी काफ़ी सक्रिय है ! स्कूल जीवन में उनके नाम हैंड बॉल में कई पुरस्कार दर्ज है !  

अमान अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी माता श्रीमति महनो ख़ान व पिता  मोहम्मद आरिज़ खान और भाई  आयन उल्लाह ख़ान  (जामी ) को देते है ! 

स्वभाव से  शर्मीले आमान को फैशन और बाइक राइडिंग , यात्रा करना  पसंद है !

पत्रकार एस.आमिर ख़ान की रिपोर्ट 

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