भोपाल. मध्य प्रदेश के भोपाल की जेल में बंद अपने सगे संबधियों मुलाकात के लिए पहुंचे परिजनों के चेहरे पर जेल प्रबंधन ने मुहर लगा दी है. मिली जानकारी के अनुसार रक्षाबंधन के दिन जब भोपाल की सेंट्रल जेल में कुछ लोग अपने परिजनों से मिलने और उन्हें राखी बांधने आए तो उन लोगों के चेहरे पर पहचान के लिए मुहर लगा दी गई. जेल अधिकारियों ने जेल कैदियों से मिलने आए परिजनों के चेहरे पर ये निशान पहचान के तौर पर लगाए. इससे पहले ये निशान हाथ पर लगाए जाते थे. ताकि कैदी भीड़ का फायदा उठाकर बाहर ना निकल जाए. घटना सोमवार की है यहां पर सेंट्रल जेल में बच्चों व युवतियों के चेहरे पर सील लगा गई. जो कि बेहद अमानवीय था. इस घटना के लेकर लोगों में काफी रोष भी था, लेकिन उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा क्योंकि रक्षाबंधन मनाना था. वहीं जेल अधिकारी भी इसे अनुचित करार दें रहे है. उनका कहना है कि ऐसा करना न तो जेल मेन्युअल में है और न ही परंपरा का हिस्सा है. एडीजी गाजीराम मीणा ने कहा, जेल में त्योहार के समय मुलाकात के लिए परिजनों की भीड़ लगी रहती है तो उन्हें भीतर जाने के लिए भेजने के पहले पहचान का चिन्ह लगाए जाने की परंपरा है. जो आमतौर पर हाथ पर लगाया जाता है लेकिन इसका जेल मेन्युअल में कोई प्रावधान नहीं है और न ही चेहरे पर पहचान लगाने की परंपरा है.
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