एक्टर नील नितिन मुकेश की आने वाली राजनीतिक ड्रामा फिल्म ‘इंदु सरकार’ में से करीब 14 सीन हटाने की मांग की है| इस फिल्म के प्रोडूसर मधुर भंडारकर है| यह आपातकाल के पृष्ठभूमि पर बनाई गई है|
सेंसर बोर्ड के फैसले से डायरेक्टर समीक्षा समिति नाखुश हैं| मधुर भंडारकर के अनुसार, इंडियन हेराल्ड अखबार में छपी न्यूज़ की कटिंग को हटाने के लिए सीबीएफसी बोर्ड ने कहा है| इसमें अटल बिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई और लालकृष्ण आडवाणी जैसे तमाम नेताओं के नाम जुड़े हुए हैं|
फिल्म की डायरेक्टर से बोर्ड ने बोला है कि, “अब इस देश में गांधी के मायने बदल चुके हैं’, ‘भारत की एक बेटी ने देश को बंदी बनाया हुआ है’, ‘और तुम लोग जिंदगी भर मां-बेटे की गुलामी करते रहोगे’ जैसे डायलॉग को भी हटाने के लिए कहा है.”
सीबीएफसी ने किशोर कुमार, आईबी, पीएम, सेक्शन ऑफिसर, आरएसएस, अकाली, कम्युनिस्ट और जयप्रकाश नारायण जैसे वर्ड्स को हटाने के लिए फिल्ममेकर्स से बोला है|
मधुर भंडारकर ने बताया , ”उन्होंने जो कट करने के लिए कहा है उससे हम काफी निराश हैं. इतने डायलॉग बदलने से फिल्म का सार बदल जाएगा. हम समीक्षा समिति के पास जाएंगे जहां हमें मंजूरी मिलने की उम्मीद है.”
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