भारतीय शहरों में बढ़ रहे वायु प्रदूषण को हराने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। धर्मेंद प्रधान पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस, प्रकाश जावेड़कर मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन व जलयावु परिवर्तन ने गुरुवार को सीएनजी आधारित दो पहिया वाहनों के एक प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है।
संसद सदस्य मीनाक्षी लेखी, डॉ भूरेलाल इपीसीए अध्यक्ष, बीसी त्रिपाठी सीएमडी गेल सहित आशुतोष जिंदल सह सचिव पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय, ईएस रंगनाथन मैनेजिंग डायरेक्टर इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की उपस्थिति में यह प्रोजेक्ट लांच किया गया।
आईजीएल के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में हुए इस आयोजन में सीएनजी आधारित दस दोपहिया वाहनों को गुरुवार को हरी झंडी देकर प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई। इस मौके पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सिर्फ राजधानी में 55 लाख दोपहिया वाहन हैं। इस पाइलट प्रोग्राम के द्वारा प्रदूषण के खिलाफ जंग लड़ने में बड़ी मदद मिलेगी। ये वाहन न सिर्फ पेट्रोल संचालित दोपहिया वाहनों की अपेक्षा 75 प्रतिशत कम हाइड्रोकॉर्बन पैदा करेंगे बल्कि ये जेब पर भी कम दबाव डालेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार लगातार यही प्रयास कर रही है कि देश में गैस संचालित वाहन ही ज्यादा चलें।
15 हजार रुपये के खर्च आने का अनुमान सीएनजी लगवाने में 120 किलोमीटर तक चलेगा स्कूटर एक बार सीएनजी भरने के बाद 50 पैसे प्रति किलोमीटर का खर्च आएगा सीएनजी चालित स्कूटर का
दोपहिया से प्रदूषण ट्रक 46% दोपहिया 33% चारपहिया 10% (आंकड़े पीएम 2.5 और पीएम 10 के आधार पर हैं, स्रोत : आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट)
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