गंजबासौदा। नगर के दर्जनों वार्डाें में बनाई गई सीसी सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं। घटिया निर्माण के चलते सीसी सड़कें उखड़ने लगी हैं। नागरिकों का कहना है कि सड़कों के निर्माण में घटिया सामग्री का जमकर उपयोग किया गया है, जिसके चलते यह सड़कें चंद महीनों में ही उखड़ने लगी हैं। नागरिकों द्वारा कई बार निर्माण के समय भी सीसी सड़कों की शिकायत की गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। जिससे सड़कें घटिया बनाई गईं। सीसी सड़कें जगह-जगह उखड़ने लगी हैं। और उनमें गड्ढे उभर आये हैं। सड़कों में गड्ढे उभर आने के कारण रहवासी और वाहन चालकों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ता है। जिसके चलते रहवासियों में आक्रोश व्याप्त है। रहवासियों का कहना है कि वर्षाें की मांग के बाद सीसी सड़कों का निर्माण किया गया, जिनके निर्माण में ठेकेदारों ने गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा। घटिया सड़कों के निर्माण के कारण शासन की विकास की मंशा को पतीला लग रहा है।
अनुकूल नहीं है नालियों का निर्माण
सीसी सड़कों के साथ जिन नालियों का निर्माण किया गया है। वह भी वार्डाें के ढलान के अनुसार नहीं हैं। ठेकेदारों द्वरा मनमाने ढंग से नालियों का निर्माण कराया गया है। जिनमें न तो ढलान का ध्यान रखा गया और न ही पर्याप्त गहराई और चौड़ाई का। कहीं-कहीं नालियों की चौड़ाई अधिक कर दी गई है, जिससे दो पहिया वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई नालियों में कहीं कम और कहीं अधिक गहराई कर दिये जाने के कारण पानी की निकासी नहीं हो पाती, ऐसे में रहवासी मकानों का गंदा पानी इन नालियों में जमा हो जाता है। जिससे एक तरफ जहां रहवासियों को दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है, वही दूसरी तरफ मच्छरों की भरमार बनी रहती है। नालियों में जमा पानी के कारण पनप रहे मच्छर बीमारी का कारण बन रहे हैं। जिसके चलते कई रहवासी मलेरिया और बुखार जैसी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। कई वार्डाें में जो सीसी सड़कें डाली गईं हैं, उनमें एक नाली से दूसरी नाली को जोड़ने के लिये सड़क के बीचों बीच जो नालियां बनाईं गईं हैं, वह भी गहरे गड्ढे में तब्दील हो गयी हैं। जिससे पैदल राहगीर और वाहन चालकों को दुर्घटना का डर बना रहता है। कई बार रात के समय अंधेरे के दौरान तेज रफ्तार वाहन चालक इन नालियों के चलते दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
रेम्प बन रहे दुर्घटनाओं के कारण
सीसी सड़कों के साथ नगर में जिन स्थलों पर रेम्पों का निर्माण किया गया है, उनका भी घटिया निर्माण होेने के कारण क्षतिग्रस्त होने लगे हैं। कई रेम्पों में सरिया निकल आये हैं, जिनमें उलझकर कई बार पैदल राहगीर गिर जाते हैं, यही नहीं उक्त रेम्पों के बीच जालियां लगाईं गईं हैं वह भी घटिया होने के कारण भारी वाहनों के पहियों से टूट गईं हैं। जिससे उनमें हॉलनुमा गड्ढे नजर आने लगे हैं। गड्ढों में कई बार दो पहिया और चार पहिया वाहनों के पहिया फंस जाते हैं। जिससे एक तरफ जहां वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। रात में अंधेरे के दौरान पैदल राहगीर इन गड्ढों में गिरकर घायल हो चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद इन गड्ढों को बंद किये जाने की दिशा में संबंधित विभाग द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है।
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