पाकिस्तान में आम महिलाओं की छोड़िए यहां तो मीडिया में काम करने वाली महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। पाकिस्तान के सरकरी टीवी चैनल पीटीवी ने अपनी दो महिला एंकर्स पर संस्थान को बदनाम करने का आरोप लगाकर बैन लगा दिया है।
महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय चैनल के अधिकारियों ने पीडि़ताओं पर ही बैन लगाने की कायराना हरकत की है।
संस्थान ने पीड़िताओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यहां हुई शर्मनाक घटनाओं के बारे में सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बताया है, इससे संस्थान की बदनामी हुई है। पाक मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पीडि़ताओं का नाम तंजीला मजहर और याशफीन जमाल है।
दोनों ने पीटीवी के एक अधिकारी आगा मसूद शोरिश छेड़छाड़ और गलत हरकत करने का आरोप लगाया था। पीटीवी ने 20 जनवरी को एक नोटिस जारी करते हए कहा है कि जो मामला अभी संस्थान की आंतरिक जांच के विचाराधीन है उस पर पीडि़ताओं ने सोशल मीडिया पर लोगों को बताया है जो कि गलत है। इतना ही नहीं नोटिस में कहा गया है कि अगर पीडि़ताओं ने 24 घंटे के भीतर सोशल मीडिया से अपने कमेंट नहीं डिलीट करतीं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन दोनों पीडि़ताओं ने संस्थान की धमकी से नहीं डरी और सोशल मीडिया से अपने कमेंट डिलीट नहीं किए। इसके बाद पीटीवी ने दोनों पर बैन लगाने का आदेश जारी किया है।
घटना बाद से हजारों लोग दोनों एंकरों की सपोर्ट में खड़े हो गए और मामला सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है।
Be the first to comment on "पाकिस्तान: यौन शोषण के खिलाफ मुंह खोलने पर टीवी एंकर बैन"