मोतीपुर (मुजफ्फरपुर)। मोतीपुर थाने के मुख्य बाजार के पास शनिवार की शाम एक फल विक्रेता ने हैवानियत की हद पार कर दी। हुआ यूं कि दादी व पिता के साथ बाजार गए चार साल के एक बच्चे ने ठेले से उठाकर एक अंगूर चख लिया। फल विक्रेता को यह नागवार गुजरा। उसने बच्चे को तो छोड़ दिया। लेकिन, अपने सहयोगी के साथ उसकी दादी और पिता को सरेआम सड़क पर दौड़ाकर पीटा। महिला के हाथ-पैर तोड़ डाले। यह देख आक्रोशित हुए स्थानीय लोगों ने फल विक्रेता की पिटाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने फल विक्रेता को कब्जे में ले लिया। जबकि उसका सहयोगी फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार, मोरसंडी गांव की सुमित्रा देवी (58) अपने बेटे सुंदरजीत कुमार (23) और चार साल के पोते के साथ मोतीपुर बाजार गई थी। लौटने के क्रम में मुख्य सड़क पर ठेला लगाए फल विक्रेता राजन कुमार से अंगूर का मोल-भाव करने लगी। इस बीच साथ गए बच्चे ने अंगूर का एक दाना उठाकर मुंह में डाल लिया। फल विक्रेता राजन ने सुमित्रा व उसके बेटे सुंदरजीत के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी।
सुंदरजीत ने कहा कि अंगूर की कीमत ले लो, गाली मत दो। यह सुनते ही फल विक्रेता भड़क गया। अपने सहयोगी मुकेश के साथ मिलकर सुंदरजीत को बीच सड़क पर ही बेल्ट से पीटने लगा। बचाव के लिए सुंदरजीत बाजार की सड़क पर भागता रहा। उसको बचाने के लिए मां सुमित्रा देवी दौड़ी तो राजन और उसके सहयोगी ने लात-घूसे से उसकी भी पिटाई कर दी।
महिला बचाव के लिए गुहार लगाती रही। लेकिन उनपर कोई असर नहीं हुआ। पिटाई से एक हाथ व पैर की हड्डी टूट गई। तब जाकर मूकदर्शक बने स्थानीय लोगों की नींद खुली। आक्रोशित लोगों ने फल विक्रेता व उसके सहयोगी को पकड़कर पिटाई कर दी।
पुलिस ने फल विक्रेता राजन को हिरासत में ले लिया, जबकि मुकेश भाग निकला। थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने बताया कि फल विक्रेता से पूछताछ कर रही है। घायल सुमित्रा और उसके बेटे सुंदरजीत को प्राथमिक चिकित्सा के बाद मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, मोरसंडी गांव की सुमित्रा देवी (58) अपने बेटे सुंदरजीत कुमार (23) और चार साल के पोते के साथ मोतीपुर बाजार गई थी। लौटने के क्रम में मुख्य सड़क पर ठेला लगाए फल विक्रेता राजन कुमार से अंगूर का मोल-भाव करने लगी। इस बीच साथ गए बच्चे ने अंगूर का एक दाना उठाकर मुंह में डाल लिया। फल विक्रेता राजन ने सुमित्रा व उसके बेटे सुंदरजीत के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी।
सुंदरजीत ने कहा कि अंगूर की कीमत ले लो, गाली मत दो। यह सुनते ही फल विक्रेता भड़क गया। अपने सहयोगी मुकेश के साथ मिलकर सुंदरजीत को बीच सड़क पर ही बेल्ट से पीटने लगा। बचाव के लिए सुंदरजीत बाजार की सड़क पर भागता रहा। उसको बचाने के लिए मां सुमित्रा देवी दौड़ी तो राजन और उसके सहयोगी ने लात-घूसे से उसकी भी पिटाई कर दी।
महिला बचाव के लिए गुहार लगाती रही। लेकिन उनपर कोई असर नहीं हुआ। पिटाई से एक हाथ व पैर की हड्डी टूट गई। तब जाकर मूकदर्शक बने स्थानीय लोगों की नींद खुली। आक्रोशित लोगों ने फल विक्रेता व उसके सहयोगी को पकड़कर पिटाई कर दी।
पुलिस ने फल विक्रेता राजन को हिरासत में ले लिया, जबकि मुकेश भाग निकला। थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने बताया कि फल विक्रेता से पूछताछ कर रही है। घायल सुमित्रा और उसके बेटे सुंदरजीत को प्राथमिक चिकित्सा के बाद मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया है।
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