मैं यहां मोहब्बत का पैगाम लेकर आया हूं: गुलाम अली

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विरोध के बीच सोमवार को पहुंचे मशहूर पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली ने कहा कि वह मोहब्बत का पैगाम लेकर आए हैं और ऊपर वाले से दुआ करेंगे कि भारत-पाक के बीच प्रस्ताविक बातचीत कामयाब हो।

संकट मोचन मंदिर में आयोजित संगीत समारोह में सुरों का जादू बिखेरने यहां पहुंचे गजल के बादशाह अली ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह दोनों देशों के बीच सौहाद्र्र चाहते हैं। कुछ हिंदूवादी संगठनों के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि कलाकार का काम अमन का संदेश देना है। मैं सुरों के जरिए यहां आवाम के बीच प्यार-मोहब्बत बांटने आया हूं। उम्मीद करता हूं कि कल का कार्यक्रम दोनों मुल्कों के आवाम के लिए करीब आने का एक और अच्छा अवसर साबित होगा।

उन्होंने कहा कि कला को सरहद की दीवार बनाकर बांटना उचित नहीं होगा। इस बीच विरोध की चेतावनी के मद्देनजर प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। संवाददाताओं से बातचीत के दौरान भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। गौरतलब है कि शिवसेना समेत कुछ हिंदूवादी संगठन पिछले कई दिनों से गुलाम अली के दौरे का विरोध कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने अली का पुतला दहन कर विरोध जताया और जिलाधिकारी राजमणि यादव को एक ज्ञापन देकर गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द करने की मांग की है।

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