12वीं के नतीजे के बाद छह बच्चों ने की खुदकुशी

भोपाल (ब्यूरो)। प्रदेश के 6 होनहार बच्चों ने एक ही दिन में महज इसलिए अपना जीवन खत्म लिया कि वे 12वीं बोर्ड की परीक्षा में सफल नहीं हो पाए थे। एक बच्चा तो इस बात से उदास था कि उसके महज 75 प्रतिशत अंक आए थे। जिंदगी में आगे बढ़ने के इस महज छोटे से पड़ाव पर हार मान लेने के ये मामले भोपाल, सीहोर, टीकमगढ़, सतना, छतरपुर और शिवपुरी के हैं।

तो फेल न होते, बेटे ने लगा ली फांसी

1. भोपाल 12वीं की परीक्षा में फेल होने पर पिता ने सिर्फ इतना कहा कि बेटा दुनिया कितनी तेजी से आगे जा रही है। अपन गरीब लोग हैं, थोड़ा और पढ़ लेते तो पास हो जाते। तब तो बेटा कुछ नहीं बोला। रात में उसने पिता के साथ खाना भी खाया, लेकिन उसके बाद उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना एमपी नगर स्थित राजीव नगर की है। बसंत कोरी का बेटा रवि (19) जिंसी स्थित नम्रता स्कूल में पढ़ता था। गुरुवार को उसका रिजल्ट आया। वह अकाउंट्स और हिंदी में फेल हो गया था।

अवसाद में आत्मदाह कर लिया

2. टीकमगढ़ जिले के कुंडेश्वर के पास ग्राम मिनौरा में दो विषयों में फेल होने के बाद अवसाद में आई ज्योति अहिरवार ने शुक्रवार सुबह छह बजे आत्मदाह कर लिया। वह स्थानीय सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। शुक्रवार को जब परिवार दिनचर्या में व्यस्त था, वह ऊपर वाले कमरे में गई और मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली।

जहर खाकर दी जान

3. सतना देउर गांव का अनिल (18) पिता रोहणी पटेल कला संकाय से रीवा में रहकर पढ़ाई कर रहा था। रिजल्ट देखने के लिए उसने अपने भाई को फोन किया था और पूछा कि वह फेल है या पूरक। भाई ने फेल होने की बात कही। इसके बाद देर रात उसने जहर खाकर खुदकुशी कर ली।

पूरक आई तो खेत पर फांसी लगा ली

4. सीहोर खजूरिया जावर के सरकारी स्कूल के छात्र पवन पिता चंदर मालवीय फसल उत्पादन विषय में पूरक आई थी। रिजल्ट देखने के बाद गुरुवार शाम को ही वह खेत पर गया और आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रात तक वह घर नहीं पहुंचा तो तलाश शुरू हुई। पिता चंदर सिंह को वह खेत पर फांसी पर लटका मिला।

75 फीसदी अंक आए फिर भी लगा ली फांसी

5. छतरपुर रानी तलैया में किराए से रहने वाले शुभांश पुत्र चालीराजा को 75 प्रतिशत अंक मिले थे। संभवतः उसे उम्मीद थी कि और अच्छे अंक मिलेंगे, लेकिन उम्मीद पर पानी फिरने से वह उदास हो गया और शुक्रवार शाम फांसी पर झूल गया। सिटी कोतवाली टीआई डॉ. सलिल शर्मा के मुताबिक, खुदकुशी के कारण पर पहली नजर में यकीन नहीं होता। जांच करा रहे हैं।

तो फांसी पर झूल गई

6. शिवपुरी पिछोर थाना क्षेत्र के ग्राम मसूदा सुजावनी में रुबीना पिता हरचरण जाटव ने दो विषय में फेल थी। शुक्रवार को उसने अपने घर के कमरे में फांसी लगा ली। उसके माता-पिता मजदूरी करने ईंट भट्टे पर गए थे। घर में सिर्फ छोटा भाई महेंद्र था। वह जब सुबह उठा और छत से नीचे आया तो फंदे पर लटकी मिली!

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