दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के छावला में नाले में मिली लाश की गुत्थी सुलझ गई है। इस मामले में हत्यारे दामाद और पत्नी निकले। दोनों ने नरवाना (हरियाणा) में इस व्यक्ति की हत्या की फिर छावला इलाके में उसका शव ठिकाने लगा दिया। हत्या वजह बनी एक करोड़ रुपये की पॉलिसी, हाल में हरियाणा पुलिस दोनों आरोपियों को पकड़कर राजधानी लेकर आई, इसके बाद पता चला कि उन दोनों ने मिलकर हत्या की है। आरोपी पत्नी की मृतक से लव मैरिज हुई थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति की लाश विगत 22 सितंबर को छावला इलाके से मिली थी। इस दौरान पुलिस की एक टीम ने इस शव को निकाला था और पोस्टमार्टम कर सुरक्षित रख दिया था।
कई दिन तक इस मामले में पुलिस के लिए यह गुत्थी बनी रही कि आखिर यह व्यक्ति है कौन? इस मामले में हत्या का राज तब खुला जब नरवाना से हरियाणा पुलिस कातिलों को लेकर दिल्ली पहुंची। जिसमें आरोपी पत्नी सरोज निकली, उसी ने हत्या की साजिश रची थ। वहीं हत्या की साजिश में उसका दामाद अंकित भी शामिल हुआ।
सूत्रों ने बताया कि मृतक व्यक्ति की पहचान राकेश के रूप में हुई। राकेश नरवाना सिटी में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में कार्यरत हैं, उन्होंने अपने लिए एलआईसी की एक करोड़ की पॉलिसी ले रखी थी। इसका नॉमिनी उन्होंने अपने भाई को घोषित किया था,
जांच में सामने आया कि सरोज इस बात से नाराज थी। वह चाहती थी कि यह पॉलिसी उसे मिले। उसने पति से कहा भी था, लेकिन उसने इसे बाद में पत्नी के नाम करने की बात कही। इसके बाद सरोज ने इस साजिश में दामाद अंकित को भी शामिल किया, इन लोगों ने काफी दिन पहले से तय कर लिया था कि उसकी हत्या कर देंगे। इसके बाद 21 सितंबर को दोनों ने रात में राकेश को पहले खाने में नींद की गोलियां खिला दी थी, इसके बाद दोनों ने मिलकर उसका गला घोंट दिया। बेहोश होने के बाद उनहोंने राकेश के हाथ और पैर भी बांध दिए थे।
21 सितंबर को इन लोगों ने हत्या करने के बाद दोनों लोग लाश लेकर कार में रखी, इसके बाद इसे नरवाना से लेकर चल दिए। करीब चार घंटे तक सफर करने के बाद ये लोग दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के छावला रात में ढाई बजे पहुंचे। यहां उन्होंने रात में ही यहां नाले में इस लाश को फेंक दिया था। इस रात मृतक राकेश का फोन नजफगढ़ इलाके में सक्रिय था, वहीं पत्नी और दामाद की लोकेशन भी नजफगढ़ इलाके में मिली थी। जिससे पुलिस को दोनों के हत्या में शामिल होने की पुष्टि हुई।मृतक राकेश के भाई ने नरवाना में अपने भाई के गुमशुदगी के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई थी, उसने अपनी भाभी से जब भाई के गायब होने के बारे में पूछा तो उसने कोई सीधा जबाव नहीं दिया। बाद में पुलिस की टीम ने जब सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई।
पुलिस की जांच में आरोपी पत्नी ने बताया कि ढाई महीने पहले राकेश उसके एक बेटे को नरेला इलाके में लेकर आया था, जहां सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। लेकिन सरोज को लगता था कि राकेश ने उसको मरवाया है। इसके बाद से उसे रास्ते से हटाने के बारे में सोचा था। उसने अंकित को लालच दिया कि जो भी पॉलिसी का पैसा मिलेगा, उसका हिस्सा उसे मिलेगा। अंकित ने सरोज की बेटी से शादी की थी, अंकित पर नरवाना में हत्या का केस भी दर्ज है।
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