यह आंकडे जबरदस्त सफलता को दर्शाते हैं। हिन्दी फिल्म उद्योग के सुप्रसिद्ध खलनायक की बेटी ने जब बॉलीवुड में प्रवेश किया था तो उन्होंने भी यह उम्मीद नहीं की थी कि वो सफलता का एक नया इतिहास लिखेंगी। लेकिन ऐसा हुआ। शुरूआती दो साल के करियर में दो सुपर फ्लाप देने के बाद उन्होंने एक वर्ष के लिए फिल्मों से ब्रेक लिया और फिर जब उन्होंने वापसी की थी तो वह धमाकेदार थी। भावनात्मक प्रेम कहानी से वापसी करने वाली इस अदाकारा ने पिछले सालों में जिन फिल्मों में अभिनय किया, उनमें उनका किरदार अलग था। उनकी अभिव्यक्ति अलग थी और उनका अंदाज अलग था। उनकी वापसी की पहली सफल फिल्म का गीत ‘सुन रहा है ना तू रो रहा हूं मैं.
. .’ आज भी श्रोताओं को याद आने पर गुनगुनाने को मजबूर कर देता है। आप समझ गए होंगे हम किस नेत्री की बात कर रहे हैं।
वर्ष 2010 में अमिताभ बच्चन स्टारर ‘तीन पत्ती’ से अपना करियर शुरू करने वाली अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी शुरूआत मेगा स्टार के साथ होगी लेकिन असफलता हाथ लगेगी। लीना यादव के निर्देशन में बनी हॉलीवुड स्टारर इस फिल्म की असफलता ने उन्हें तुरन्त पीछे धकेल दिया। इसके बाद आई यशराज बैनर की ‘लव का फंडा’ यह फिल्म भी नकार दी गई। श्रद्धा ने तुरन्त एक वर्ष का ब्रेक लिया और स्वयं को हिन्दी फिल्मों के लिए नए सिरे से तैयार करना शुरू किया।
एक वर्ष के बाद उन्होंने महेश भट्ट बैनर की फिल्म ‘आशिकी 2’ को साइन किया। यह फिल्म 20 वर्ष पूर्व आई महेश भट्ट की ही फिल्म ‘आशिकी’ का आधुनिक संस्करण था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर रही। चंद करोडों में बनी मोहित सूरी की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 80 करोड का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की थी।
अभी दर्शकों के जेहन से श्रद्धा कपूर और आदित्य राय कपूर की फिल्म आशिकी-2 का जुनून उतरा भी नहीं था कि उन्हें श्रद्धा कपूर अभिनीत एक और फिल्म ‘एक विलेन’ के ट्रेलर ने अपने मोहपाश में बांधा। नतीजा जब फिल्म प्रदर्शित हुई दर्शकों ने इसे हाथों-हाथ लिया और देखते ही देखते इस फिल्म ने स्वयं को सौ करोडी क्लब में पहुंचाया। फिल्म की सफलता ने श्रद्धा के करियर को ऊंचाईयां प्रदान कीं। वैसे इस फिल्म की सफलता में बहुत बडा हाथ अभिनेता रितेश देशमुख का था। पहली बार परदे पर विलेन का किरदार निभाकर उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ-साथ बॉलीवुड को भी हैरान कर दिया था। इस अभिनेता ने कमाल का अभिनय किया था। पूरी फिल्म में वे अपने सह कलाकारों के अभिनय पर भारी पडे।
श्रद्धा कपूर के अभिनय ने संगीतकार, निर्माता निर्देशक लेखक व गीतकार विशाल भारद्वाज को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने अपनी फिल्म ‘हैदर’ में तब्बू के सामने श्रद्धा कपूर को लिया। किरदार के हिसाब से श्रद्धा कपूर ने बेहतरीन भावाभिव्यक्ति दी थी, लेकिन प्रशंसा ले उडी तब्बू। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया। सीमित लागत में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 60 करोड का कारोबार किया था।
वर्ष 2015 में कोरियोग्राफर से निर्देशक बने रेमो डिसूजा ने अपनी पिछली सफल फिल्म एबीसीडी के सीक्वल एबीसीडी-2 में अपने पुराने सितारों के साथ फिल्म को बडी और बॉक्स ऑफिस पर कमाई के लिहाज से उसमें वरुण धवन और श्रद्धा कपूर को केन्द्र में लिया। अपनी पिछली सफलता के कारण वैसे ही चर्चाओं में रही इस फिल्म में रेमो ने नृत्य के कई नए स्टैप्स इन दोनों से करवाए। इसके साथ ही अभिनय भी करवाया। फिल्म ने दर्शकों में अपनी जगह बनाई और बॉक्स ऑफिस पर 106 करोड का कारोबार करके स्वयं को सौ करोडी क्लब में शामिल करवाया। यह श्रद्धा कपूर की लगातार दूसरी सौ करोडी फिल्म थी।
साजिद नाडियाडवाला भी श्रद्धा कपूर के मुरीद बने और उन्होंने अपने बैनर तले लांच किए गए अभिनेता जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ के साथ श्रद्धा को एक्शन पैक्ड थ्रिलर ‘बागी’ में पेश किया। एक्शन के साथ-साथ बेहतरीन नृत्य के चलते इस फिल्म को भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता मिली। इसने 76 करोड की कमाई करके अपने आप को सर्वश्रेष्ठ साबित किया।
बॉक्स ऑफिस पर बैक टू बैक तीन सफल फिल्में देने वाली श्रद्धा कपूर को जाते-जाते वर्ष 2016 असफलता का स्वाद चखाता जा रहा है। हाल ही में उनकी फिल्म रॉक ऑन-2 का प्रदर्शन हुआ है। दर्शकों ने इस फिल्म को सिरे से नकार दिया है। हालांकि इस फिल्म की असफलता में फिल्म की कमियों का हाथ तो है ही, साथ ही इसे प्रधानमंत्री मोदी की नोट बंद की योजना का भी नुकसान उठाना पडा। ‘रॉक ऑन-2’ श्रद्धा कपूर के सात साल के करियर में तीसरी बडी असफलता है। इस फिल्म में फरहान अख्तर ने उन्हें उनकी गायन प्रतिभा को देखते हुए लिया था। फिल्म के गाने श्रद्धा कपूर ने गाये लेकिन वे श्रोताओं को अपने साथ जोडने में असफल रही हैं।
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