फिल्म रीव्यू : आम जीवन के खास मुद्दे को याद दिलाएगी हिंदी मीडियम

फिल्म : हिंदी मीडियम
डायरेक्टर : साकेत चौधरी
स्टार कास्ट : इरफान ,खान, सबा कमर, दीपक डोबरियाल, स्वाति दास, दिशिता सहगल
रेटिंग : 3.5 स्टार

बॉलीवुड की एक जानी मानी फिल्म फिर भी दिल है हिंदुस्तानी से असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था इस फिल्म के डायरेक्टर साकेत चौधरी ने। उन्होने प्यार के साइड इफेक्ट्स, शादी के साइड इफेक्ट्स जैसी फिल्में डायरेक्ट की है. अब साकेत फिल्म हिंदी मीडियम के निर्देशन करके चर्चा में हैं, यह फिल्म एजुकेशन सिस्टम को दर्शाती है।


फिल्म में दिल्ली के चांदनी चौक में रहने वाले एक कपड़ों के विक्रेता राज बत्रा (इरफान खान) की कहानी दिखाई गई है। वह हिंदी मीडियम से पढ़ा लिखा है और उसे टूटी-फूटी अंग्रेजी आती है. वहीँ उसकी वाइफ मीता (सबा कमर) उसके अपोजिट है, उसकी अंग्रेजी अच्छी है। वो चाहती है कि उसकी बच्ची पिया का एडमिशन बेस्ट इंग्लिश माडियम स्कूल में हो। उसके एडमिशन के लिए राज और मीता को कई मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं।

फिर उन्हें पता चलता है कि गरीब कोटे में भी उनके बच्चे का एडमिशन हो सकता है. और फिर दोनों गरीबों के इलाके में जाकर रहने लगते हैं जहां इनकी मुलाकात श्याम प्रकाश (दीपक डोबरियाल) और उसके परिवार से होती है। अब आगे कहानी में क्या ट्विटस आता है और वो कैसे अपनी बेटी का एडमिशन कराते हैं ये तो आपको फिल्म देखकर ही चलेगा।


साकेत ने फिल्म में लोकेशंस, सिनेमेटोग्राफी और कैमरा वर्क के साथ काफी अच्छी तरह खेला है. फिल्म का स्क्रीनप्ले और वन लाईनर्स बेहतरीन हैं। ऐसे में डायलॉग के लिए अमितोष नागपाल की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। बस कुछ जगहो पर अगर लॉजिक न लगाया जाए तो कोई खास कमी फिल्म में नहीं है.


इरफान ने इस फिल्म में बहुत ही उम्दा अभिनय किया है और ये उनकी बेस्ट परफॉर्मेंस में से एक है। वहीं आखिरी 4 मिनट में उनका एक मोनोलॉग दिखाया गया है जो कि काफी जबरदस्त है। वहीं ट्रेलर में ठीक-ठाक दिखने वाली सबा कमर का परफॉरमेंस पूरी फिल्म के दौरान गजब का है. दीपक डोबरियाल भी फिल्म में एक सरप्राईज एलीमेंट लेकर आते हैं। इनके अलावा अमृता सिंह, और बाकी सह कलाकारों का काम भी काफी शानदार है।


इस फिल्म का म्यूजिक सचिन जिगर ने दिया है। वैसे तो फिल्म की रिलीज से पहले ही फिल्म के गाने सूट-सूट, जिन्दड़ी और इश्क तेरा तड़पावे जैसे गीत हिट हो चुके हैं। वहीं फिल्म देखने के बाद यह कह सकते हैं कि सभी गानों को बाखूबी फिट किया गया है।


फिल्म की कहानी से कई आम लोग कनेक्ट कर सकते हैं, खासतौर पर वो लोग जो शहर के स्कूल में एडमिशन कराने की इस प्रक्रिया से गुजरे हैं या इसे झेलने वाले हैं। इस फिल्म में कई वन लाइनर्स भी हैं जो आपको हंसने पर मजबूर कर देगें। वहीं इरफान की अदाकारी से तो आप सभी वाकिफ ही हैं। ऐसे में यह एक अच्छी एंटरटेनिंग फिल्म रहेगी।

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